बाबा साहब, भारतीय संविधान और मौजूदा खतरे

बादल सरोज डॉ. अम्बेडकर संविधान निर्माता माने जाते हैं। निस्संदेह वे ड्राफ्टिंग कमेटी के चेयरमैन थे और विराट बहुमत से चुने गए थे। संविधान में उनकी विजन – नजरिये – का महत्वपूर्ण योगदान है। किन्तु उन्हें यहीं तक सीमित रखना उनके वास्तविक रूप को छुपाने की साजिश का हिस्सा बनना होगा। गाँव-गाँव में डॉ. अम्बेडकर […]

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बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर: एक युगद्रष्टा समाज सुधारक

अनुरोज विजय भारत के इतिहास में अनेकों महापुरुष हुए हैं जिन्होंने समाज, संस्कृति और राष्ट्र निर्माण में अमूल्य योगदान दिया। परंतु उन सबमें एक नाम ऐसा है जो न केवल सामाजिक क्रांति का प्रतीक है, बल्कि आधुनिक भारत के संवैधानिक ढांचे का शिल्पकार भी है — वह नाम है डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर। 14 अप्रैल […]

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Vultures hovering over shared heritage.

साझा विरासत पर मंडराते गिद्ध और साजिश के पीछे की सियासत को समझने की जरूरत

जसविंदर सिंह जब एक ही तरह की घटना को बार-बार दोहराया जाए, हर बार घटना को एक ही तरीके से अंजाम दिया जाए, तो घटनाएं अचानक नहीं घटती ; उसके पीछे सोची समझी योजना होती है, साजिश होती है और इन साजिशों के पीछे एक सियासत होती है। मध्यप्रदेश का मालवा क्षेत्र आजकल इन्हीं साजिशों […]

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