वंदना पटेल
आजमगढ़। पूर्वाञ्चल में पिछले दो दिनों से जारी बारिश ने किसानों की कमर को तोड़ कर रख दिया है। बारिश के चलते खेत में खड़ी धान की फसलें चौपट हो गईं। भारी बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। किसानों की फसलों की हुई नुकसान की भरपाई के लिए किसान यूनियन ने सरकार से तत्काल मुआवजे की मांग की।
आजमगढ़ के सोशलिस्ट किसान सभा और पूर्वांचाल किसान यूनियन किसान नेता राजीव यादव और वीरेंद्र यादव ने कहा कि इस तूफान की बारिश ने किसानों के मेहनत पे पानी फेर दिया । बारिश की आफत ने तैयार धान का बड़ा नुकसान कर दिया और बड़े पैमाने पर तैयार धान तो खेत मे गिर गई है । कितनों की कटी फसल बारिश से बर्बाद हो गई, खेतों मे पानी लहर रहे है और कटी धान की फसलें खेतों मे तैर रही है।
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किसान धान को पानी से बाहर निकालकर बचाने की कोशिश कर रहे है परंतु बारिश से बचने की संभावना कम है । लगभग 80 फीसदी का फसल नुकसान हो चुका है । फसल चना, आलू, लहसून, प्याज की बुआई पर किसानों का बड़ा नुकसान हुआ और भारी बारिश की वजह से सब्जी के फसल का भी काफी नुकसान हुआ है


