पिछले सप्ताह 17 वर्ष के एक मुस्लिम युवक को बनारस के गंगा घाट पर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा घंटों पीटा गया। दोषियों को तो पकड़ा नहीं गया उल्टा पीड़ित का 151 में चलान कर दिया।
जिसके संदर्भ में आज बनारस का नागरिक समाज पीड़ित के माता पिता के साथ अपर पुलिस आयुक्त से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा और तत्काल कार्यवाही करने की मांग की।
लेकिन दुखद पहलू ये है कि प्रशासन द्वारा जवाब मिला है कि पीड़ित लड़का क्यों हिंदुओं के धार्मिक स्थल पर गया था। मतलब ये कि अब बनारस का घाट भी किसी एक धार्मिक विशेष का हो चुका है।
नागरिक समाज की तरफ से जारी एक पत्र में कहा गया है कि हम क्यों हम भूल जाएं कि इसी गंगा नदी किनारे भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्ला खां साहब अपनी शहनाई का रियाज़ किया करते थे और ऐसे हजारों पल आए हैं जब बनारस के सांस्कृतिक धरोहरों पर मुस्लिम कलाकारों ने अपने फन की निशानियां छोड़ रखी हैं।
प्रेस विज्ञप्ति
