Neither vermilion in every house, nor Modi in every house!

न घर-घर सिंदूर, न हर-हर मोदी!

राजेंद्र शर्मा इन विरोधियों को क्या कहें, बताइए खामखां में अच्छे-भले ‘‘घर-घर सिंदूर’’ प्रोग्राम में ही भांजी मार दी। घर-घर सिंदूर को लेकर ऐसी हाय-हाय मचायी, ऐसी हाय-हाय मचायी कि मोदी पार्टी को प्रोग्राम ही छोड़ना पड़ गया। प्रोग्राम छोड़ने तक बात रहती, तो फिर भी गनीमत थी। बेचारों को अपने ही प्रोग्राम को फेक […]

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American tariffs and their impact on the world.

मेहनतकशों पर विश्वव्यापी हमला

प्रभात पटनायक, अनुवाद : राजेंद्र शर्मा परवर्ती पूंजीवाद (Late capitalism) के अंतर्गत मेहनतकश जनता पर ऐसा हमला हो रहा है, जो आरंभिक पूंजीवाद के हमले की याद दिलाता है और यह हमला विश्वव्यापी है, जो सिर्फ तीसरी दुनिया में ही नहीं हो रहा है, बल्कि विकसित पूंजीवादी देशों में भी हो रहा है। यह हमला […]

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श्वेत जोकर का उदय

आलेख : शुभम शर्मा, अनुवादक : संजय पराते एक प्रसिद्ध तुर्की कहावत है, जो इस प्रकार है : जब कोई जोकर महल में प्रवेश करता है, तो वह राजा नहीं बन जाता, बल्कि महल एक सर्कस बन जाता है। अमेरिकी शाही महल के साथ भी यही हुआ है। श्वेत जोकर डोनाल्ड ट्रम्प एक प्रतिगामी, निर्दयी, […]

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