बड़ा सवाल, क्या इन दोनों नेताओं पर चुनाव आयोग करेगा कड़ी कार्रवाई ?
बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र मोकामा में सोमवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के नेताओं का रोड शो विवादों में घिर गया है। रोड शो खत्म होने के बाद बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
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आरोप है कि जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह के लिए चुनाव प्रचार के लिए किए गए रोड शो में आदर्श आचार संहिता खुलेआम उल्लंघन किया।
आरोप तो यह भी है कि रोड शो के दौरान भीड़ नियंत्रण, अनुमति और सुरक्षा से जुड़ी कई शर्तों का पालन नहीं किया गया। चुनाव आयोग के निर्देशों के बावजूद एनडीए के इन दिग्गज नेताओं ने मोकामा की सड़कों पर विशाल जनसमूह के साथ रैली निकाली।
लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि एफआईआर होने के बाद क्या चुनाव आयोग इन दोनों नेताओं के ऊपर कोई कार्रवाई करेगा ? देखा जाय तो जिस प्रकार से चुनाव आयोग पक्षपात पूर्ण रवैया अपना रहा है उसे देखते हुए इस बात की उम्मीद कम ही है कि इन दोनों नेताओं के ऊपर कार्रवाई हो।
वाराणसी के जाने माने एक पत्रकार ने नाम न छापने की शर्त पर यहाँ तक दावा करते हैं कि यही काम अगर विपक्ष के किसी नेता ने किया होता तो अब तक चुनाव आयोग की ओर से उनकी गिरफ्तारी या चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध जैसी कार्रवाई हो चुकी होती।
आंकड़े भी इस बात के गवाह हैं कि पिछले लोकसभा चुनाव में विपक्ष की लाख शिकायतों और वीडियो फूटेज उपलब्ध करवाने के बावजूद आयोग ने अपने आँख कान बंद कर लिए थे ।
आज आयोग की साख ही दांव पर लग चुकी है? जब भी आयोग से किसी सवाल का जवाब मांगा जाता है तो वह गोल गोल जवाब देकर इतिश्री कर लेता है।
देखा जाय तो पिछले कुछ वर्षों में चुनाव आयोग की नीतियों पर समाज के प्रबुद्धह वर्ग के हमले तेज हुए हैं।

राहुल यादव ‘साँचिया – सच की आवाज’ के सह संपादक हैं।

