न्यायालय की अवमानना करते हुए रेलवे द्वारा सर्व सेवा संघ की क्रयशुदा जमीन पर किया जा रहा है निर्माण

राष्ट्रीय

वाराणसी। सर्व सेवा संघ के राष्ट्रीय कार्यक्रम प्रभारी और उत्तर प्रदेश सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष राम धीरज ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके वाराणसी जिला व रेल प्रशासन पर मनमानी करने का आरोप लगाया है।

उन्होंने कहा है कि वर्ष 2023 में स्थानीय जिला एवं रेल प्रशासन ने गंभीर साजिश कर, विधि विरुद्ध तरीके से 22 जुलाई 2023 को सर्व सेवा संघ के इस परिसर में निवास कर रहे लगभग 50 परिवारों को बर्बरतापूर्वक बेदखल कर दिया।संस्था के प्रकाशन विभाग में करोड़ों रुपये मूल्य के गांधी-विनोबा-जयप्रकाश सहित देश के अन्य महापुरुषों के साहित्य को बाहर फेंक दिया। गांधी-चित्र प्रदर्शनी एवं पुस्तकालय को नष्ट कर दिया। 12 अगस्त 2023 को गांधी-विनोबा-जयप्रकाश के इस हेरिटेज को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया।

ज्ञातव्य है कि सर्व सेवा संघ ने वर्ष 1960, 1961 एवं 1970 में तीन रजिस्टर्ड बैनामे के जरिये उत्तर रेलवे, लखनऊ से कुल 12.89 एकड़ जमीन क्रय किया था, जिसके विधि सम्मत संपूर्ण साक्ष्य सर्व सेवा संघ के पास उपलब्ध है। यहां 1960 से ही सर्व सेवा संघ समाज व राष्ट्र-निर्माण जैसे अपने कार्यों को गांधी-विनोबा-जेपी के विचारों के अंतर्गत संचालित करता चला आ रहा था।

यह भी उल्लेखनीय है कि सर्व सेवा संघ द्वारा नगर निगम के मैप के अनुसार सभी भवनों का निर्माण करवाया गया था और नगर निगम को हाउस टैक्स भी देता था।

उक्त भूखंड के स्वामित्व से संबंधित मुकदमा नं. 522/2023 माननीय न्यायालय के विचाराधीन है और सुनवाई चल रही है। इसके बावजूद भी सर्व सेवा संघ की उक्त क्रयशुदा जमीन पर रेल विभाग खुदाई कर रहा है और वहां निर्माण कार्य शुरू करेगा। पूछने पर वहां मौजूद लोगों ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। फोटो भी लेने से उन्होंने मना कर दिया।

रामधीरज ने कहा कि इससे पहले 10 अगस्त 2025 को वाराणसी से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्र के अंक में वाराणसी के जिलाधिकारी के माध्यम से ‘सर्व सेवा संघ की जमीन पर बनेगा आनंद कानन वन म्यूजियम’ समाचार प्रकाशित हुआ था। इस संदर्भ में सर्व सेवा संघ की ओर जिलाधिकारी महोदय को पत्र लिखकर यह स्पष्ट किया गया है कि सर्व सेवा संघ के उक्त भूखंड के स्वामित्व का मुकदमा माननीय न्यायालय के विचाराधीन है। इसलिए उक्त जमीन पर कोई भी निर्माण करना अथवा प्रस्ताव लाना विधि सम्मत नहीं है।

ज्ञात है कि सर्व सेवा संघ को विनोबा भावे और जयप्रकाश नारायण ने गांधी विचार के प्रचार – प्रसार के लिए स्थापित किया था और यहां गांधी विचार की पुस्तकों का प्रकाशन होता था। आजाद भारत में गांव के पुनर्निर्माण के लिए युवाओं को ट्रेनिंग दी जाती थी ताकि गांधी जी के ग्राम स्वराज और स्वावलंबन का सपना सरकार हो सके। लेकिन सरकार ने सर्व सेवा संघ की क्रयशुदा जमीन को गैर कानूनी तरीके से कब्जा कर लिया और वहां नगर निगम के नक्शे के अनुसार बनी हुई बिल्डिंगों को गिरा दिया।

जिलाधिकारी का यह बयान और रेल प्रशासन द्वारा विधि विरुद्ध तरीके से की जा रही खुदाई व निर्माण कार्य न्यायालय की अवमानना और न्यायालय के निर्देशों का उल्लंघन है।

राम धीरज ने कहा कि अगर जिला व रेल प्रशासन वहां बिना न्यायालय के आदेश के मनमाने तरीके से कुछ भी निर्माण करेगा, तो हम न्याय के लिए न्यायालय में जायेंगे और वहां शांतिपूर्ण तरीके से ‘काम रोको’ सत्याग्रह शुरू करेंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *