राजातालाब, स्थित भारतमाता इन्स्टीट्यूट आफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में गुरुवार को दादा माखनलाल चतुर्वेदी जी की जयंती मनाई गई।
व्याख्यान की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य ने कहा कि दादा माखनलाल हमारे प्रेरणापुंज हैं। मुख्य वक्ता ने कहा कि महात्मा गांधी ने दादा को एक भारतीय आत्मा कहा था। मुख्य अतिथि डा. रमेश सिंह पटेल ने कहा कि दादा सकर्म साहित्यकार थे। उन्होंने सागर के रतौना आंदोलन का भी विशेष उल्लेख किया, जिसमें देश का एक बड़ा कसाईबाड़ा खोला जा रहा था। जहां हर साल दो लाख गौवध होते, लेकिन दादा माखनलाल चतुर्वेदी जी की धारदार पैनी पत्रकारिता ने इसे बनने नहीं दिया। व्याख्यान का संचालन निदेशक हंश नारायण शर्मा एवं आभार अशोक शर्मा ने किया। प्रस्तावना तेज बहादुर सिंह पटेल द्वारा रखी गई। इस अवसर पर डा. एस. के. वर्मा सहित विद्यार्थी एवं समस्त स्टाफ़ उपस्थित थे।
इस दौरान आयोजित व्याख्यान की अध्यक्षता प्राचार्य बंश नारायण शर्मा ने की। मुख्य वक्ता डा. बंशनारायण सिंह थे।
